5 Tips about सूखी नाक की समस्या को दूर करने के उपाय You Can Use Today



हैलो स्वास्थ्य आपका सबसे भरोसेमंद मित्र बनना चाहता है, जो आपको हेल्दी जिंदगी जीने के लिए जानकारी दे सके.

एंटी बैक्टिरियल और एंटी इंफलामेंटरी गुणों से भरपूर हल्दी गले की खराश और सूजन को दूर करने का काम करती है। इसमें निहित करक्यूमिल सांस की बीमारियों में भी फायदा पहुंचाने का काम करता है।

आप रात में सोते समय ह्युमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं। ह्युमिडिफायर कमरे के वातावरण में नमी बनाए रखने वाला उपकरण होता है, जो मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है। आदर्श रूप से ह्युमिडिफायर अपने बिस्तर के बगल में रख कर सोने से आपकी श्लेष्म झिल्ली को नम रखने में मदद मिल सकती हैं।

पांच बूँद लैवेंडर तेल। (और पढ़ें - लैवेंडर के तेल के फायदे)

अंगूर, आँवला, खजूर, पिप्पली तथा काली मिर्च, इन सबको बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। इसके सेवन से सूखी खांसी तथा कुक्कुर खांसी में लाभ होता है।

अगर आपकी नाक में समस्या इंफेक्शन के कारण है तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स की सलाह दे सकता है। एंटीबायोटिक्स ट्रीटमेंट की हेल्प से कॉम्प्लीकेशन से बचने में मदद मिलती है।

इसके अलावा आप आधा छोटा चम्मच मुलेठी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं। इसे कुछ दिनों तक पूरे दिन में दो बार लें।

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हम सब नारियल तेल से जुड़े फायदों के बारे में जानते हैं। नाक में नारियल तेल लगाने से सूखापन दूर होता है और कोशिकाओं के बीच के अंतराल को भरकर दर्द दूर करने में मदद करता है। लेकिन ध्यान रहे अन्य किसी भी उपाय की तरह इसे भी ज्यादा न करें। एक दिन में नारियल के तेल की कुछ बूंदें सूखी नाक के लक्षणों को कम करने के लिए काफी होती हैं।

नाक का सूखापन कुछ खराब पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण पैदा होने वाला एक आम लक्षण है और ये कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण भी हो सकता है। गर्म और सूखा मौसम, मौसम में कम नमी तथा एयर कंडीशनिंग, सभी परिस्थितियां नाक में सूखेपन का कारण बन सकती हैं।

पेपरमिंट तेल में मेंथोल होता है जो छाती website को डीकंजेस्ट करता है और बलगम को पतला कर देता है। जब बलगम पतला हो जाता है, तो उसे शरीर से निकालने में आसानी होती है। लैवेंडर के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो संक्रमण का इलाज करते हैं।

नैसल पॉलिप्स के टिशू की ग्रोथ के कारण भी सांस लेने में समस्या हो सकती है। साथ ही नाक के आसपास सूजन भी महसूस होती है।

अस्थमा के कारण भी नाक में सूजन हो सकती है। अस्थमा क्रोनिक इंफ्लामेशन का कारण बन सकता है।

पुदीने की मुट्ठीभर पत्तियां। (और पढ़ें - पुदीने के फायदे)

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